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काजल
है लक्ष्मण रेखा
सुख द्वारा खींची गई
आँखों की देहरी पर
आँसुओं के लिए
दुःख का रावण
आता रहता है
वेश बदलकर
बार-बार
काजल
है लक्ष्मण रेखा
सुख द्वारा खींची गई
आँखों की देहरी पर
आँसुओं के लिए
दुःख का रावण
आता रहता है
वेश बदलकर
बार-बार