Sunday, July 10, 2016

प्रेम और पुरुष

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        1.
उसे प्रेम हुआ
उसने प्रेम निभाया 
चली गयी वह छोड़कर 
उसका प्रेम आहत हुआ 

        2.
प्रेम हुआ उसे फिर 
निभाया उसने फिर प्रेम  
फिर छोड़कर चली गयी वह 
आहत हुआ उसका पुरुष 

        3.
अब उसने प्रेम किया 
जीता रहा प्रेम कुछ देर  
और चला गया छोड़कर उसे 
बचा लिया उसने अपना पुरुष इस तरह 

प्रेम पुरुष था, बना रहा कठोर हर हाल में !

---सुलोचना वर्मा -------

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