Monday, August 15, 2016

उलझन

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लगाए ठहाके उलझनों में मैंने  
और मैं आसूँओं में मुस्कुराई
मेरी उदासियों को हुई उलझन 
और मेरी उदासियाँ कुम्हलाई 

-----सुलोचना वर्मा ---------

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